
देहरादून, 17 अक्टूबर 2024 – अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत उत्तराखंड यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट नितिन चंचल ने जानकारी दी है कि इस वर्ष भी भगवान वाल्मीकि प्रकट उत्सव बड़े हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा। हर साल की तरह, इस वर्ष भी वाल्मीकि समाज और महापंचायत द्वारा इस महोत्सव को व्यापक रूप से मनाने की तैयारी की जा रही है।
नितिन चंचल ने बताया कि 17 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे देहरादून के कांवली रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर से भव्य नगर कीर्तन निकाला जाएगा। यह शोभायात्रा देहरादून के विभिन्न मार्गों से होते हुए घंटाघर स्थित अंबेडकर पार्क पहुंचेगी, जहां श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ ही अन्य समाजों के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
पिछले 10 दिनों से समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से प्रतिदिन प्रभातफेरी का आयोजन किया जा रहा है। हर सुबह इन प्रभातफेरियों में सैकड़ों की संख्या में वाल्मीकि समाज के लोग और अन्य श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भगवान वाल्मीकि के जीवन और उनके उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाना और समाज में एकता एवं समानता का संदेश फैलाना है।
प्रकट उत्सव की तैयारियों को लेकर कांवली रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में महापंचायत के प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया और उत्सव को सफल बनाने के लिए विस्तृत योजनाओं पर चर्चा की। नितिन चंचल ने बताया कि समाज के युवा वर्ग को इस आयोजन में विशेष रूप से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है ताकि वे भगवान वाल्मीकि के आदर्शों से प्रेरणा ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अपनी भूमिका निभा सकें।
उन्होंने बताया कि इस बार शोभायात्रा के दौरान विशेष झांकियों का भी आयोजन किया जाएगा, जो भगवान वाल्मीकि के जीवन से जुड़े प्रमुख प्रसंगों को दर्शाएंगी। इन झांकियों के माध्यम से वाल्मीकि जी के द्वारा रचित रामायण और उनके द्वारा समाज को दी गई महान शिक्षा का प्रसार किया जाएगा।
महापंचायत की ओर से समाज के सभी वर्गों को भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी गईं। नितिन चंचल ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे भी इस महोत्सव में शामिल होकर भगवान वाल्मीकि की शिक्षा और उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं।
बैठक में राष्ट्रीय सचिव मोहन कुमार काला, प्रदेश सचिव अनिल बागड़ी, वाल्मीकि विक्रम सिंह, करन वाल्मीकि, ऋषि बिडलान, हर्ष बागड़ी, सावन भोतवाल, सागर रघुवंशी सहित अन्य प्रमुख सदस्य उपस्थित थे।