
उत्तराखंड में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. बारिश के कारण नदी और नालों का जलस्तर बढ़ गया है. हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी के लेवल को भी पार कर गया है. गंगा का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालत हो गए हैं. हरिद्वार के बहादराबाद में स्थित एक फैक्ट्री में पानी आ गया था, जिससे वहां काफी मजदूर फंस गए थे, जिनका पुलिस ने रेस्क्यू किया.
बता दें कि भारी बारिश के कारण हरिद्वार में कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं. गंगा नदी के जलस्तर की बात की जाए वो 293.85 मीटर तक पहुंच गया था, जो डेंजर लेवल से थोड़ा ही नीचे है. ज्यादा जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के जेई हरीश कुमार ने बताया कि पहाड़ों पर दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर अपने चेतावनी लेवल से बहुत ऊपर बह रहा है. गंगा अपने चेतावनी स्तर 293.00 मीटर से 0.85 मीटर ऊपर बह रही है, जबकि गंगा का खतरे का स्तर 294.000 मीटर है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ चौकियों और आपदा प्रबंधन की टीम को अलर्ट कर दिया है.
साथ ही तराई वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को गंगा से दूरी बनाए रखने के लिए बोला जा रहा है. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों को फील्ड में बने रहने के निर्देश देते हुए स्थापित बाढ़ चौकियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. नागरिकों से नदी तटीय इलाकों से दूर रहने व निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करने की अपील की है.
बहादराबाद थाना पुलिस के मुताबिक सुबह 4.37 बजे उन्हें 112 कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि अहमदपुर गांव में उत्तम डिस्टलरी फैक्ट्री में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसमें करीब डेढ़ सौ लोग फंसे हैं. सूचना पर तत्काल थाना बहादराबाद से वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप राठौर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे.
इसके अलावा फायर ब्रिगेड और जल पुलिस को मौके पर बुलाया गया. तीनों टीमों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर वहां फंसे 52 कर्मचारियों और मजदूरों को सकुशल बाहर निकाला.