
राजधानी में ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. ताजा मामला देहरादून के फर्नीचर व्यापारी के साथ करोड़ों रुपए की ठगी का है. साइबर ठगों ने फर्नीचर व्यापारी को निवेश का झांसा देकर डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी कर डाली. आरोपी युवती ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर दोस्ती की. उसके बाद निवेश करवाया. साइबर ठगों ने व्यापारी का विश्वास जीतने के लिए कुछ धनराशि व्यापारी के खाते में ट्रांसफर भी की. उसके बाद व्यापारी ने लालच में आकर साइबर ठगों के बताये अलग-अलग खातों में डेढ़ करोड़ रुपए ट्रांसफर किये.
सौरभ कुमार निवासी चंद्र रोड डालनवाला ने साइबर थाने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि 7 जुलाई को एक युवती से उनकी पहचान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हुई. युवती ने दोस्ती करते हुए फर्नीचर और निवेश में काम करने को कहा. साथ ही उसे एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर एक खाता खोलने के लिए राजी किया. उसने कहा उनका ग्राहक सेवा उनसे टेलीग्राम पर मार्गदर्शन करेगा. उसके बाद 14 जुलाई 2025 को ग्राहक सेवा से फोन आया. उन्होंने एक ट्रेडिंग खाता खुलवाया. टेलीग्राम पर ग्राहक सेवा के बताए अनुसार धनराशि जमा करना शुरू कर दिया.
शुरुआत में पीड़ित ने अपने कोटक महिंद्रा बैंक खाते से एक लाख रुपए निवेश किया. प्लेटफार्म में उन्हें लगभग 19 हजार रुपए का लाभ दिखाया गया. यह रकम उनके खाते में जमा कर दी गई. पीड़ित ने बताया उसके बाद 14 जुलाई से 6 अगस्त के बीच उनसे अलग-अलग खातों में निवेश के नाम पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए जमा करवाए गए. जब पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने धनराशि जारी करने से पहले एक बड़ी राशि जमा करने की मांग की. युवती से बात करने पर उसने कुछ टाल मटोल की गई. उसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ.
सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया है कि पीड़ित की तहरीर के आधार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. साथ ही पीड़ित ने जिन खातों में रुपए ट्रांसफर किए उन लोगों की जांच की जा रही है. उन्होंने अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लालच में न आयें. फर्जी निवेश ऑफर जैसे YouTube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें. किसी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें. कोई भी शक होने पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन से सम्पर्क करें. वित्तीय साइबर अपराध होने के बाद तुरंच 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें.