
जानलेवा हमले के 3 आरोपियों को थाना राजपुर पुलिस ने बड़ा मोड़ ओल्ड मसूरी रोड के पास से गिरफ्तार किया गया है. पुराने लेन – देन के विवाद के चलते आरोपियों ने जान से मारने की नीयत से एक व्यक्ति पर फायर किया था. इस घटना में प्रयोग पिस्टल,एक जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.
24 सितंबर को अमान चौधरी ने थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई कि वाटिका सोसायटी मसूरी रोड के पास अज्ञात कार सवार व्यक्तियों ने उसे जान से मारने की नीयत से उस पर पिस्टल से फायर किया. पीड़ित की तहरीर के आधार पर थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना राजपुर पर अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. गठित टीमों ने घटनास्थल और उसके आस- पास मसूरी रोड, सिनोला रोड, मसूरी डायवर्जन, कैनाल रोड आदि जगह पर लगे लगभग 250 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया.
मुखबिर की सूचना बड़ा मोड़ ओल्ड मसूरी रोड के पास से घटना में शामिल 3 आरोपी आसिफ कुरैशी उर्फ आशु, शुभम सती और शाहरुख हुसैन को घटना में प्रयोग पिस्टल, एक जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया.अवैध पिस्टल की बरामदगी पर मुकदमे में आर्म्स एक्ट की बढ़ोतरी की गई. आरोपियों से पूछताछ में घटना में शामिल एक अन्य की पहचान हुई. जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
आरोपी आसिफ कुरैशी से पूछताछ में पुलिस टीम को जानकारी मिली कि लगभग एक साल पहले आरोपी ने पीड़ित अमान चौधरी को 15.35 लाख रुपए उधार दिए थे. कई बार वापस मांगने पर भी अमान चौधरी ने पैसे नहीं लौटाए. समय पर पैसे ना मिलने के कारण आरोपी की बहन की शादी टूट गई. इस बात को लेकर आरोपी आसिफ काफी ज्यादा नाराज था. कुछ दिन पहले आसिफ को अमान चौधरी के देहरादून आने की जानकारी मिली. उसे सबक सिखाने की नीयत से आसिफ ने अपने अन्य साथियों सोहेल, शुभम सती और शाहरुख हुसैन से संपर्क किया. जिसके बाद चारों अमान चौधरी की तलाश में निकल पड़े. साथ ही रात के समय अमान चौधरी अपनी थार से सिनोला तिराहे की तरफ जा रहा था. तभी आरोपियों ने उसे रोक लिया. शुभम सती ने अपने पास रखी पिस्टल से उस पर फायर झोंक दिया था.