
आम आदमी पार्टी (AAP) ने 1986 से संचालित एक स्कूल को वक्फ बोर्ड की साजिश से बंद करने के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। पार्टी ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड को त्वरित कार्रवाई के लिए एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें स्कूल के यथावत संचालन की मांग की गई है।
ज्ञापन में पार्टी ने स्कूल बंद करने की कोशिशों को एक सुनियोजित षड्यंत्र बताया है, जिसमें वक्फ बोर्ड और कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों की मिलीभगत है। AAP ने कहा है कि यह स्कूल विगत 38 वर्षों से समाज के गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहा है। इसे बंद करना इन बच्चों के भविष्य पर प्रहार करने के समान है।
पार्टी ने आरोप लगाया है कि वक्फ बोर्ड और कुछ अन्य लोग निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए स्कूल को बंद करने की योजना बना रहे हैं। पार्टी का मानना है कि इस स्कूल को बंद करने का मुख्य उद्देश्य उस जमीन का दूसरे उद्देश्यों के लिए उपयोग करना है, जो समाज के हित के विपरीत है।
AAP ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस मामले में शीघ्र और निष्पक्ष जांच का आदेश दें। पार्टी का कहना है कि इस स्कूल का संचालन जारी रहना चाहिए ताकि बच्चों की शिक्षा में कोई बाधा न आए और उनके भविष्य को सुरक्षित किया जा सके।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस स्कूल को बंद करने का प्रयास शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में सरकार ने त्वरित और उचित कदम नहीं उठाए, तो आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ व्यापक जनांदोलन शुरू करेगी।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि यह मामला सिर्फ एक स्कूल का नहीं है, बल्कि समाज के उन सभी बच्चों का है, जिनकी शिक्षा पर इस साजिश का बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस षड्यंत्र को विफल करना आवश्यक है ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे।
AAP ने अपने ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया है कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी ने इस आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है यदि सरकार ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
आम आदमी पार्टी ने ‘AAP जिंदाबाद’ के नारों के साथ इस आंदोलन को जारी रखने की प्रतिज्ञा की है और स्पष्ट किया है कि वे शिक्षा के इस संघर्ष में पूरी ताकत के साथ खड़े रहेंगे।
इस प्रकार, आम आदमी पार्टी ने सरकार से इस स्कूल को बंद करने की साजिश को तत्काल रोकने और स्कूल के यथावत संचालन को सुनिश्चित करने की मांग की है।