
आज की बड़ी खबर: उत्तराखंड में एक बार फिर एसटीएफ ने नकल माफियाओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। यूकेएसएसएससी की सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एलटी) में नकल कराने की कोशिश को नाकाम करते हुए एसटीएफ ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।”
“उत्तराखंड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने जानकारी दी कि राज्य सरकार की परीक्षाओं को पारदर्शी और सुचितापूर्ण ढंग से कराने के लिए किए गए कड़े दिशा-निर्देशों के तहत यह कार्रवाई की गई। गिरोह का मास्टरमाइंड, उधम सिंह, जो पहले भी मेरठ में इसी तरह के अपराध के लिए जेल जा चुका है, इस बार फिर से गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ ही बिहार निवासी अनुपम कुमार को भी हिरासत में लिया गया, जो इस बार सॉल्वर के रूप में परीक्षा में बैठने वाला था।”
“गिरोह के सदस्यों के पास से फर्जी प्रवेश पत्र और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इस बार 16 लाख रुपए के सौदे के तहत, कुलदीप नामक अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर अनुपम को परीक्षा दिलाने की योजना थी। योजना के अनुसार, उधम सिंह ने कुलदीप का प्रवेश पत्र और आधार कार्ड हासिल किया, जिसमें अनुपम की फोटो प्रिंट कर फर्जी प्रवेश पत्र तैयार किया गया।”
“हरिद्वार के मायापुर स्थित एसवीएम इंटर कॉलेज में यह गिरफ्तारी हुई। पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ में एसटीएफ को गिरोह के बारे में और भी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त हुई हैं, जिन पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली एसटीएफ टीम को बड़ाई
“तो ये थी आज की बड़ी खबर। उत्तराखंड एसटीएफ की यह कार्रवाई यह साबित करती है कि राज्य में परीक्षाओं की सुचिता बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस तरह की नकल माफियाओं पर जल्द ही पूरी तरह से लगाम लगेगी।