
देहरादून, 23 अक्टूबर 2024: उत्तराखंड के चमोली में हाल ही में हुए हिंदू-मुस्लिम प्रकरण को लेकर एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर राजनीतिक घमासान मच गया है। ओवैसी ने इस प्रकरण को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसे लेकर अब कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने ओवैसी के इस बयान की तीखी निंदा करते हुए कहा कि ओवैसी भाजपा की ‘बी टीम’ के रूप में कार्य करते हैं और उनके ऐसे बयान हमेशा चुनावों से पहले आते हैं, जिससे जनता का ध्यान विकास के असली मुद्दों से हटाया जा सके।
ओवैसी का बयान और कांग्रेस की प्रतिक्रिया:
चमोली में हुए धार्मिक तनाव पर ओवैसी ने अपने ट्वीट के जरिए सरकार पर निशाना साधा था और मुस्लिम समुदाय के साथ हो रहे भेदभाव का आरोप लगाया था। इस बयान को लेकर कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि ओवैसी के ऐसे बयान किसी भी तरह से राज्य की शांति और सद्भाव को ठेस पहुंचाने वाले हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “ओवैसी जब भी चुनाव नजदीक आते हैं, ऐसे विवादित बयान दे देते हैं, जो न केवल धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देते हैं, बल्कि विकास के मुद्दों से भी ध्यान भटकाते हैं। उनका एजेंडा भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में काम करना है, ताकि समाज को धार्मिक आधार पर बाँटा जा सके।”
माहरा ने यह भी कहा कि कांग्रेस ओवैसी के इस बयान को गंभीरता से नहीं लेती है। उन्होंने जोर देकर कहा, “कांग्रेस पार्टी हमेशा से विकास और जनता के असल मुद्दों पर राजनीति करती आई है, जबकि ओवैसी जैसे नेता समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश करते हैं। उनकी ऐसी बयानबाजी से जनता को गुमराह नहीं किया जा सकता।”
सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग:
कांग्रेस ने इस पूरे मामले में ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। करन माहरा ने राज्य सरकार से अपील की कि ऐसे नेताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए, जो अपने बयानों से समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार से मांग है कि ओवैसी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार के भड़काऊ बयानों पर रोक लग सके।”
ओवैसी और बीजेपी के बीच तालमेल का आरोप:
करन माहरा ने अपने बयान में ओवैसी और भारतीय जनता पार्टी के बीच अघोषित तालमेल का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ओवैसी के बयान हमेशा बीजेपी के पक्ष में जाते हैं, चाहे वह विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव। ओवैसी के बयानों का लाभ बीजेपी को मिलता है, क्योंकि इससे हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को बल मिलता है। माहरा ने कहा, “ओवैसी बीजेपी की बी टीम की तरह काम करते हैं। उनके बयानों से बीजेपी को ही फायदा होता है क्योंकि इससे विकास के मुद्दों से जनता का ध्यान हट जाता है और चुनावों में बीजेपी को लाभ मिलता है।”
कांग्रेस का विकास पर ध्यान केंद्रित:
कांग्रेस ने इस पूरे मामले में यह स्पष्ट किया कि वह ओवैसी के बयान से विचलित नहीं होगी और विकास के एजेंडे से हटकर कोई भी राजनीति नहीं करेगी। करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड की जनता अब समझ चुकी है कि कौन सा नेता उनके विकास के लिए काम कर रहा है और कौन समाज को बांटने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी का मुख्य फोकस राज्य के विकास, रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं पर है। हम किसी भी तरह की भ्रामक राजनीति से जनता का ध्यान भटकाने नहीं देंगे।”
निष्कर्ष:चमोली में हुए हिंदू-मुस्लिम विवाद पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की मदद के रूप में देखा है और ओवैसी को बीजेपी की ‘बी टीम’ बताया है। कांग्रेस ने जहां ओवैसी के बयान की कड़ी निंदा की है, वहीं सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है।