
देहरादून के मोहंड से दिल्ली अक्षरधाम तक बनने वाला दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे अब बनकर करीब करीब तैयार हो चुका है. यह पूरा प्रोजेक्ट 210 किलोमीटर का है. जिसके लिए अनुमानित लागत 13000 करोड़ रुपए लगाई गई थी.दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे तीन राज्य दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को जोड़ता है. लेकिन इस एक्सप्रेसवे की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी गणेशपुर से देहरादून तक करीब 20 किलोमीटर की सड़क है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह एरिया फॉरेस्ट के बीचों-बीच का है, जहां एक्सप्रेसवे को तैयार करना काफी चुनौतीपूर्ण रहा है.
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में तैयार किए जा रहे इस पैच की स्थिति का जायजा लिया. गणेशपुर से देहरादून के बीच का यह पूरा एक्सप्रेस वे 19.5 किलोमीटर का है. यहां कुछ जगह पर काम होता हुआ दिखाई दिया. इस एक्सप्रेसवे को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा तैयार किया जा रहा है.
यह एक्सप्रेस वे मुख्य रूप से दिल्ली, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर और फिर देहरादून को जोड़ेगा. वैसे तो इसमें अधिकतर जगहों पर सिक्स लेन तैयार किए गए हैं, लेकिन भविष्य की जरूरतों के लिए इसे 8 से 12 लेन तक भी बढ़ाया जा सकता है. माना जा रहा है कि भविष्य में इस एक्सप्रेसवे के आसपास रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स भी तैयार किए जाएंगे. दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की शुरुआत 2021 में हुई थी और उसके बाद निरंतर इस पर काम चल रहा है. उत्तराखंड वाले क्षेत्र में चौथे चरण से काम शुरू किया गया, जिसमें एक सुरंग भी बनाई गई है. जनता के लिए इस एक्सप्रेसवे के खुलने से देश की राजधानी की दूरी प्रदेश की राजधानी से समय के अनुसार बेहद कम हो जाएगी और इससे पर्यटन बढ़ने के अलावा तमाम दूसरे व्यावसायिक और औद्योगिक अवसर भी राज्य के लिए खुल सकेंगे.