
उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर से ऊपर चोराबाड़ी ताल के समीप एक नर कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है. कंकाल के पास से कॉलेज की आईडी बरामद हुई है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह शव इसी युवक का है. कंकाल मिलने के बाद आगे की कार्रवाई को लेकर जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया है और कॉलेज आईडी के आधार पर परिजनों से संपर्क किया जा रहा है.
मंगलवार को केदारनाथ मंदिर से 3 किमी ऊपर चोराबाड़ी झील, जिसे गांधी सरोवर भी कहा जाता है, उसके आस-पास नर कंकाल मिलने की सूचना मिली. चोराबाड़ी झील समुद्रतल से करीब 12,800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जिसे वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है. आपदा के बाद से यहां यात्रियों का आना-जाना लगा हुआ है. कभी-कभार यात्रियों के यहां फंसने के बाद रेस्क्यू भी किया जाता है. बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद अक्सर यहां यात्रियों का आवागमन होता है, जबकि प्रशासन की ओर से यहां आवागमन पर रोक लगाई गई है.
चोराबाड़ी झील के पास नर कंकाल मिलने की सूचना के बाद सेक्ट्रर अधिकारी केदारनाथ, पुलिस और वाईएमएफ के जवान मौके पर पहुंचे और कंकाल को बैग में लेकर नीचे आए, जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई को लेकर जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेजा गया.
पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे ने बताया कि केदारनाथ धाम में व्यवसाय कर रहे कुछ स्थानीय युवक अपने खाली समय में केदारनाथ मंदिर से पीछे चोराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्रान्तर्गत घूमने गए थे. उन्होंने देखा कि इस क्षेत्र में पत्थरों के बीच मनुष्य का कंकाल दिख रहा है. इसकी सूचना स्थानीय पुलिस और प्रशासन को दी. सूचना मिलने पर चौकी केदारनाथ से आवश्यक पुलिस बल और केदारनाथ में नियुक्त प्रशासन की टीम के सदस्य यात्रा मैनेजमेंट फोर्स समेत मौके पर पहुंचे. कंकाल के पास ही एक बैग में एक मोबाइल फोन और आईडी बरामद हुई. पुलिस और वाईएमएफ टीम ने बरामद कंकाल को नियमानुसार कब्जे में लेकर केदारनाथ लाया गया.
निरीक्षक यात्रा केदारनाथ राजीव चौहान ने बताया कि कंकाल/शव के पास से बरामद आईडी के आधार पर व्यक्ति के पते और विवरण के आधार पर तेलंगाना पुलिस एवं परिजनों से संपर्क किया गया है. परिजनों और संबंधित जिले की पुलिस द्वारा बताया गया कि इस व्यक्ति की गुमशुदगी पिछले साल अगस्त माह की 31 तारीख को दर्ज की गयी है.
परिजनों द्वारा अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई गुमशुदगी के विवरण के अनुसार उनका (परिजन) इससे आखिरी बार संपर्क 30 अगस्त 2024 को हुआ था और परिजनों को स्वयं का उत्तराखंड में होना बताया गया था. जबकि उसने घर से दिल्ली तक जाना बताया था. व्यक्ति का विवरण नोमुला रोश्वन्थ पुत्र नोमुला गणेश निवासी राजेश्वरोपेट विलेज, इब्राहिमपटनम मंडल, जिला जगतियाल, राज्य तेलंगाना के रूप में ज्ञात हुआ है. बरामद हुए मानव शव/कंकाल को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भिजवाया गया है. परिजनों और संबंधित क्षेत्र की पुलिस के पहुंचने पर शव/कंकाल सुपुर्दगी की कार्रवाई की जाएगी.