
मानसून की विदाई के बाद उत्तराखंड में लंबे समय से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं, जिससे प्रदेश के कुछ हिस्सों में खेती और पेयजल की कमी की चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से राहत भरी खबर आई है। मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के तीन जिलों – चमोली, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ – में हल्की बारिश के आसार जताए हैं। इन जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में विशेषकर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
वहीं, राज्य के अन्य हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में पिछले कुछ हफ्तों से बारिश न होने के कारण तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। दिन के समय तापमान में वृद्धि हो रही है, जिससे गर्मी महसूस की जा रही है, जबकि रात के समय ठंडक में कुछ कमी आई है। यह स्थिति प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बनी हुई है। लेकिन, आगामी चार-पांच दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने के ही आसार हैं।
विशेष रूप से, चमोली, बागेश्वर, और पिथौरागढ़ के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश होने की संभावना बताई जा रही है। हालांकि यह बारिश हल्की होगी, लेकिन इससे इन इलाकों में ठंडक बढ़ सकती है। उच्च क्षेत्रों में बारिश के साथ ही इन स्थानों पर तापमान में गिरावट की उम्मीद भी की जा रही है। इस बारिश से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में ठंडक का प्रभाव बढ़ सकता है, जबकि मैदानी इलाकों में मौसम सूखा ही रहने की उम्मीद है।
वहीं, देहरादून में इस सप्ताह हल्के कोहरे की संभावना जताई गई है। विशेषकर 4 और 5 नवंबर को देहरादून के कुछ इलाकों में सुबह और शाम हल्का कोहरा छा सकता है, जिससे दृश्यता में कमी आ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, कोहरे के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट का असर महसूस किया जा सकेगा, जिससे लोगों को ठंड का सामना करना पड़ सकता है। यह स्थिति सर्दियों की शुरुआत का संकेत देती है, और अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है।
बिक्रम सिंह के अनुसार, “बारिश न होने के कारण प्रदेश भर में तापमान में बढ़ोतरी हो रही है, जो कि सामान्य से अधिक है। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से मौसम में कुछ ठंडक आएगी। राज्य के अन्य हिस्सों में शुष्क मौसम जारी रहेगा, और इसी के साथ तापमान में भी मामूली बढ़ोतरी की संभावना है।”
सूखे और शुष्क मौसम के बीच राज्य के किसानों को इस हल्की बारिश से कुछ राहत मिल सकती है, खासकर उन इलाकों में जहां खेती के लिए थोड़ी नमी की आवश्यकता होती है। हालांकि, यह बारिश केवल पर्वतीय क्षेत्रों तक सीमित रहने की संभावना है, जिससे मैदानी इलाकों में किसानों को अभी भी पर्याप्त नमी नहीं मिल पाएगी।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान में हो रही वृद्धि से सर्दियों के आगमन में भी थोड़ी देरी हो सकती है। सामान्य तौर पर अक्टूबर के अंत तक ठंड का असर अधिक महसूस किया जाता है, लेकिन इस साल तापमान में बढ़ोतरी और बारिश की कमी ने मौसम को प्रभावित किया है। आने वाले दिनों में अगर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी हल्की बारिश होती है तो सर्दी का असर अधिक देखने को मिल सकता है।
राज्य में तीन जिलों में संभावित बारिश और देहरादून में हल्के कोहरे के पूर्वानुमान से यह साफ है कि उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में ठंडक का दौर शुरू हो सकता है। देहरादून के निवासियों को भी सुबह-शाम हल्के कोहरे और ठंडक का सामना करना पड़ सकता है।