
बीजेपी नेता रोहित नेगी हत्याकांड मामले में पुलिस एक्शन में है. पुलिस ने हत्याकांड के दो आरोपियों को मुजफ्फरनगर मंगलौर बॉर्डर पर मुठभेड़ में घायल कर दिया है. घायल आरोपियों को ऋषिकेश एम्स में भर्ती करवाया गया है.
भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रोहित नेगी (32 वर्षीय) को गोली मारने वाले आरोपियों को मुठभेड़ में पुलिस ने घायल कर दिया है. इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने महज 60 घंटे में बड़ा एक्शन किया. पुलिस टीमों ने दिन-रात लगतक पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, खतौली, मेरठ, शामली, बागपत से लेकर दिल्ली व हरियाणा तक की खाक छानी.
घटना को अंजाम देने के बाद दोनों शातिरों ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था. दोनों आरोपी दूसरे फोन का इस्तेमाल कर पुलिस को गुमराह कर रहे थे. साथ ही वो बार बार अपना ठिकाना बदल रहे थे, जिस कारण पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में टाइम लगा. एसएसपी देहरादून के निर्देश पर मैन्युअल पुलिसिंग के बाद टीमें मिनट टू मिनट अलग-अलग स्थानों में फिल्मी तर्ज पर गाड़ी दौड़ाते-दौड़ाते आखिकार हत्यारों तक पहुंची.
हत्या के आरोपी विशेष धर्म (समुदाय) के होने के कारण मुजफ्फरनगर मंगलौर बॉर्डर पर उन्हें पकड़ने में एक बार फिर संवेदनशील स्थिति बन आयी. ऐसे में यह भी एक कारण रहा कि हत्यारों के साथ मुठभेड़ की घटना सामने आयी.
हत्यारोपी अजहर त्यागी की गिरफ्तारी के बाद रोहित की मां सोम बाला और बहन ने पुलिस कार्रवाई पर संतोष तो जताया है. उन्होंने कहा आरोपियों के पैर में नहीं बल्कि सीने पर गोली मारनी चाहिए थी. रोहित घर का इकलौता बेटा था. उनके पीछे पिता ऋषिराज नेगी, मां सोमबाला और बहन है. पिता ऋषिराज नेगी के पैर चोट लगने के कारण उनका इलाज चल रहा है. इसलिए रोहित का अंतिम संस्कार रिश्तेदारों ने किया. इन दिनों रोहित नेगी की शादी को लेकर भी घर में चर्चा चल रहा थी. रोहित नेगी स्टोन क्रशर चलाते थे और भाजपा में पूर्व मंडल अध्यक्ष रह चुके थे.
बता दें, थाना प्रेमनगर क्षेत्र के मांडूवाला में 3 मई की रात को दो बाइक सवार युवकों ने भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित नेगी की गोली मार कर हत्या कर दी थी. जिसके बाद थाना प्रेमनगर में मुकदमा लिखने में भी लापरवाही सामने आई. स्थानीय लोगों के दबाव पर पुलिस ने दो आरोपी अजहर त्यागी और आयुष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद भी दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों के आक्रोश ओर स्थानीय विधायक ने भी सड़क पर उतरने की चेतावनी दी. साथ ही युवाओं ने एसएसपी कार्यालय में प्रदर्शन किया. जिसके बाद मामले में एक्शन हुआ है.