
देहरादून, 22 अक्टूबर 2024: आज देहरादून के सिटी कंट्रोल रूम को एक आपातकालीन सूचना प्राप्त हुई कि DAV पीजी कॉलेज के पास एक युवक एक ऊँचे टावर पर चढ़ गया है। यह सूचना मिलते ही मौके पर हड़कंप मच गया और स्थानीय लोग इस घटना को देखने के लिए इकट्ठा हो गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत SDRF (State Disaster Response Force) की टीम को बुलाया गया ताकि युवक को सुरक्षित उतारा जा सके।
जानकारी के अनुसार, युवक किसी व्यक्तिगत कारणों से इस खतरनाक कदम को उठाने के लिए मजबूर हो गया था, हालांकि अभी तक उसकी पहचान और टावर पर चढ़ने के पीछे की वास्तविक वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। सिटी कंट्रोल रूम द्वारा सूचना मिलते ही पोस्ट सहस्त्रधारा से एसआई रविन्द्र सिंह के नेतृत्व में SDRF की एक प्रशिक्षित टीम को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया। पुलिस भी इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहले से ही मौजूद थी और उन्होंने क्षेत्र को घेर लिया ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
जब SDRF की टीम मौके पर पहुँची, तो उन्होंने सबसे पहले टावर पर चढ़े युवक को मानसिक रूप से शांत करने का प्रयास किया। पुलिस और SDRF के विशेषज्ञों ने युवक से बातचीत शुरू की और उसे समझाने का प्रयास किया कि वह टावर से सुरक्षित नीचे उतर आए। हालांकि युवक शुरुआत में काफी विचलित और परेशान लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे पुलिस और SDRF की टीम ने उसे मानसिक रूप से संभालने में सफलता पाई।
जब युवक कुछ शांत हुआ और उसकी स्थिति नियंत्रण में आई, तो SDRF टीम ने रोप (रस्सी) और सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए युवक को नीचे उतारने की प्रक्रिया शुरू की। टीम ने पूरी सावधानी और कुशलता से युवक को धीरे-धीरे नीचे उतारा। इस बीच, पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने में सक्रिय भूमिका निभाई ताकि युवक की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऑपरेशन बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके।
लगभग एक घंटे के प्रयास के बाद, युवक को सकुशल नीचे उतार लिया गया। इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद युवक को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और उसकी मानसिक स्थिति की जाँच के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने यह खतरनाक कदम क्यों उठाया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की साँस ली और पुलिस व SDRF की त्वरित और कुशल कार्रवाई की सराहना की।
SDRF और उत्तराखंड पुलिस की तत्परता और समर्पण से एक बड़ी दुर्घटना टल गई और युवक की जान बचाई जा सकी। इस घटना ने यह भी साबित किया कि आपातकालीन स्थितियों में SDRF और पुलिस की टीम कितनी कुशलता और साहस से काम करती है।