
देहरादून के क्लेमेंटटाउन थाना की पुलिस ने नौकरी के बहाने लोगों को ठगने वाले अभियुक्त कुश उनियाल, पुत्र भवानी प्रसाद, निवासी सुभाष नगर, आयु 36 वर्ष को हिरासत में लिया है। 26-08-2023 को फरियादी अमित कुमार ने पुलिस को एक लिखित शिकायत सौंपी थी, जिसमें उसने बताया था कि कुश उनियाल ने ऋषिकेश एम्स में नौकरी दिलवाने के झूठे वादे कर उससे साढ़े 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए अभियुक्त के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इस घटना के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई है कि कुश उनियाल ने पहले भी कई व्यक्तियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे बड़ी रकम वसूल की है। आरोपी ने विभिन्न सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलाने का दावा कर अनेक लोगों को ठगा है। पीड़ितों का कहना है कि कुश उनियाल ने बहुत ही विश्वसनीयता से अपने झूठे दावे पेश किए थे, जिससे वे उसकी बातों में आ गए। अमित कुमार ने अपनी शिकायत में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि कुश ने उसे ऋषिकेश एम्स में उच्च पद पर नियुक्ति का प्रलोभन दिया था और इस आश्वासन के बदले उससे 10 लाख 50 हजार रुपये लिए थे।
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो उन्हें पता चला कि कुश उनियाल एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो लोगों को नौकरी के नाम पर ठगने का काम करता है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुश उनियाल के मोबाइल और बैंक खातों की जांच की जा रही है ताकि और सबूत इकट्ठा किए जा सकें और इस गिरोह की पूरी सच्चाई सामने आ सके।
पुलिस का यह भी कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को जागरूक होना चाहिए और किसी भी व्यक्ति को पैसे देने से पहले उसकी सच्चाई और विश्वसनीयता की जांच करनी चाहिए। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि इस प्रकार की धोखाधड़ी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
अमित कुमार की शिकायत और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि धोखेबाजों का पर्दाफाश करना कितना जरूरी है। इस प्रकार की घटनाएं समाज में जागरूकता और सतर्कता बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। पुलिस की यह कार्रवाई अन्य संभावित पीड़ितों को भी सतर्क करेगी और उन्हें ऐसे ठगों से सावधान रहने की प्रेरणा देगी। कुश उनियाल अब न्यायिक हिरासत में है और पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि उसे उचित सजा दिलाई जा सके।