
हरिद्वार के खानपुर ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी की रिश्वत के मामले में गिरफ्तारी के बाद, सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने त्वरित और सख्त कार्रवाई की है। विजीलेंस द्वारा अयाजुद्दीन नामक खंड शिक्षा अधिकारी को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया था। इस घटना का संज्ञान लेते हुए, डॉ. रावत ने आरोपी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर सीईओ कार्यालय हरिद्वार में सम्बद्ध कर दिया है। साथ ही विभागीय अधिकारियों को इस मामले की गहन जांच करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इस प्रकरण के अलावा, डॉ. रावत ने पौड़ी जनपद के कोट ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय राणाकोट में तैनात एक शराबी शिक्षक सुरेश कुमार नौटियाल के वायरल वीडियो का भी संज्ञान लिया है। वायरल वीडियो में शिक्षक को शराब के नशे में धुत्त होकर विद्यालय में देखा गया था। शिक्षा मंत्री ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, सुरेश कुमार को निलंबित करने और उसे उपखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय कोट से सम्बद्ध करने के निर्देश जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पौड़ी को दिए हैं। इसके साथ ही विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
डॉ. रावत ने कहा कि सरकार प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन कुछ कर्मचारी विभाग की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग में किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “हरिद्वार के खानपुर ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी अयाजुद्दीन को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया, जिसे तुरंत निलंबित कर दिया गया है और अब वह सीईओ कार्यालय हरिद्वार में सम्बद्ध है। इसके अलावा, वायरल वीडियो में दिख रहे पौड़ी के शराबी शिक्षक सुरेश कुमार नौटियाल को भी तत्काल निलंबित कर दिया गया है। इन दोनों मामलों की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी प्रकार की अनैतिक और भ्रष्ट गतिविधियों को सहन नहीं करेगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। यह कदम शिक्षा विभाग की साख और कार्यप्रणाली को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है।