
ठेला-रेहड़ी वालों के सत्यापन को लेकर पुलिस अधीक्षक नगर देहरादून, प्रमोद कुमार जी ने कहा कि देहरादून पुलिस निरंतर विभिन्न थाना क्षेत्रों में रेहड़ी-ठेला वालों का सत्यापन कर रही है। इस सत्यापन अभियान का उद्देश्य है कि यह सुनिश्चित करना कि शहर में कोई अवांछित गतिविधियां न हो रही हों और यहाँ के स्थानीय लोग सुरक्षित रह सकें।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि यह सत्यापन केवल रेहड़ी-ठेला वालों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन बस्तियों तक भी विस्तारित है जहाँ बाहरी लोग आकर बसे हैं। उन लोगों का भी सत्यापन किया जा रहा है जो शहर के बाहर से आकर यहाँ काम-काज कर रहे हैं और अपनी आजीविका चला रहे हैं। यह सत्यापन इसलिए आवश्यक है ताकि यह पता चल सके कि कहीं कोई अपराधी या अपराध प्रवृत्ति का व्यक्ति इन बस्तियों में तो नहीं छुपा हुआ है।
सत्यापन का मुख्य उद्देश्य यह है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि कोई व्यक्ति किसी आपराधिक गतिविधि में संलग्न है या कोई वांटेड अपराधी है तो उसकी पहचान की जा सके और उसे कानून के समक्ष लाया जा सके। प्रमोद कुमार जी ने कहा कि सत्यापन का यह कार्य लगातार जारी रहेगा और पुलिस इस बात की भी निगरानी कर रही है कि कहीं कोई बाहरी अपराधी यहाँ पर आकर नहीं छुपा हो।
उन्होंने बताया कि पुलिस के इस अभियान से लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी और अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्ती बढ़ेगी। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि यह अभियान केवल वर्तमान के लिए नहीं बल्कि भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा ताकि देहरादून शहर को अपराध मुक्त और सुरक्षित बनाया जा सके। पुलिस विभिन्न सूचनाओं और स्रोतों के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी व्यक्ति जो आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जा सके।
पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि सत्यापन के दौरान पुलिस इस बात की भी निगरानी कर रही है कि कहीं कोई बाहरी व्यक्ति छद्म रूप से अपनी पहचान छिपा कर तो नहीं रह रहा है। पुलिस टीम इस प्रक्रिया को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और हर संभव प्रयास कर रही है कि देहरादून शहर में कोई भी अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति न रह सके।
इस अभियान में पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह है कि शहर में हर नागरिक सुरक्षित महसूस कर सके और कोई भी अपराधी गतिविधि न हो सके। उन्होंने बताया कि पुलिस इस कार्य को अत्यंत सतर्कता और जिम्मेदारी से कर रही है ताकि शहर में कानून और व्यवस्था बनी रहे। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से भी अपील की है कि वे इस सत्यापन अभियान में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी पुलिस को दें।
उन्होंने कहा कि यह सत्यापन प्रक्रिया न केवल अपराधियों की पहचान के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शहर की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी स्पष्ट किया कि इस सत्यापन प्रक्रिया के दौरान यदि कोई व्यक्ति निर्दोष पाया जाता है तो उसे किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। पुलिस का उद्देश्य केवल अपराधियों को पकड़ना है, न कि निर्दोष लोगों को परेशान करना।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह सत्यापन अभियान देहरादून शहर के हर कोने में चलाया जा रहा है और इसमें पुलिस की विशेष टीमों को लगाया गया है। पुलिस की ये टीमें लगातार बस्तियों में जाकर लोगों से बातचीत कर रही हैं और उनकी जानकारी जुटा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस सत्यापन प्रक्रिया से पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त हो रही हैं जो आगे की जांच में मददगार साबित होंगी।
पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि सत्यापन प्रक्रिया के दौरान पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी व्यक्ति की निजता का उल्लंघन न हो और सत्यापन का कार्य अत्यंत संवेदनशीलता से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह अभियान शहर के नागरिकों की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और पुलिस इसे अत्यंत गंभीरता से ले रही है।
प्रमोद कुमार जी ने अंत में कहा कि पुलिस का यह सत्यापन अभियान केवल वर्तमान समय के लिए नहीं बल्कि इसे भविष्य में भी निरंतर जारी रखा जाएगा ताकि देहरादून शहर को एक सुरक्षित और अपराध मुक्त शहर बनाया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पुलिस का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का उद्देश्य शहर में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है और इसके लिए वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।