
देहरादून, हल्द्वानी। मुखानी थाना क्षेत्र में रविवार को गोबर गैस टैंक की सफाई के दौरान एक दंपति की दम घुटने से जान चली गई। यह दंपति मूल रूप से बदायूं जिले के रजऊ कस्बे के निवासी थे। एक ही परिवार के दो सदस्यों की अकस्मात मृत्यु के बाद परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मुखानी के आदर्श नगर में स्थित जगदीश जोशी की बिठूरिया नंबर फेस एक में एक गोशाला है, जहाँ मटरू लाल (40) नामक व्यक्ति काम करता था और अपने परिवार के साथ वहीं रहता था। रविवार की सुबह, जगदीश जोशी ने टैंकर मंगवाकर गोमूत्र के टैंक की सफाई करवाई थी। सफाई के बाद, टैंक में थोड़ा सा गोमूत्र शेष रह गया था, जिसे हटाने के लिए मटरू लाल टैंक के भीतर उतरे।
टैंक के अंदर बने गैस के कारण दम घुटने से मटरू लाल बेहोश हो गए। जब मटरू काफी समय तक बाहर नहीं आए, तो उनकी पत्नी रानी (35) उन्हें बचाने के लिए तुरंत टैंक के भीतर चली गईं। लेकिन अंदर मौजूद जहरीली गैसों की वजह से वह भी बेहोश हो गईं।
दोनों को जब काफी समय तक बाहर नहीं निकाला गया, तो आसपास के लोग चिंतित हो गए और टैंक के पास जाकर देखा। दोनों को टैंक के अंदर बेहोश देखकर, लोगों ने तुरंत उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की। कड़ी मशक्कत के बाद, दोनों को टैंक से बाहर निकाला गया और तुरंत निकटतम अस्पताल ले जाया गया।
मुखानी थानाध्यक्ष पंकज जोशी ने बताया कि अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों ने मटरू लाल और उनकी पत्नी रानी को मृत घोषित कर दिया।
यह घटना पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। लोगों के चेहरों पर निराशा और दुःख की छाया स्पष्ट दिखी। इस दर्दनाक घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों के कारण कितनी बड़ी दुर्घटनाएँ हो सकती हैं।
इस घटना से यह साफ है कि गोबर गैस टैंक या ऐसे किसी भी बंद स्थान की सफाई के दौरान अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। जहरीली गैसों की उपस्थिति का अनुमान लगाना कठिन होता है और इसका परिणाम बहुत घातक हो सकता है। इसलिए, ऐसी परिस्थितियों में हमेशा आवश्यक उपकरणों का उपयोग करना चाहिए और संभव हो तो विशेषज्ञों की सहायता लेनी चाहिए।
पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इस हादसे की पूरी जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता फैलाने की योजना बनाई है ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
मृतक दंपति के परिजनों के साथ-साथ, इस घटना ने पूरे इलाके में मातम की लहर दौड़ा दी है। लोगों ने मटरू लाल और उनकी पत्नी की अचानक मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और परिवार को सांत्वना दी।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे कार्यों के दौरान सुरक्षा के सख्त नियम लागू किए जाएं और उन्हें नियमित रूप से पालन किया जाए। इसके अलावा, सभी गोशालाओं और अन्य स्थानों पर नियमित रूप से सुरक्षा उपकरणों की जांच की जानी चाहिए और कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस दुखद घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने सभी गोशालाओं और उद्योगों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराने के लिए निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही, कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे भविष्य में ऐसी किसी भी आपात स्थिति का सामना कर सकें।
इस हादसे से स्पष्ट है कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी कितनी खतरनाक हो सकती है। लोगों ने इस घटना से सीख ली है और अब सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहेंगे। RoglogNews की तरफ से हम सभी मृतक दंपति के परिवार के प्रति गहरी सं वेदना व्यक्त करते हैं।