
– जैसे ही मानसून की बारिश शुरू होती है, उत्तराखंड का प्रमुख लोकपर्व हरेला भी पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के अवसर पर कई सामाजिक संगठनों की सक्रियता बढ़ जाती है और वे हरेला पर्व के लिए उत्साहित दिखते हैं। इसी क्रम में, देहरादून का नगर निगम भी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इस बार नगर निगम ने 30000 पेड़ लगाने की योजना बनाई है।
नगर आयुक्त गौरव कुमार ने बताया कि हम इस वर्ष 30000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित कर रहे हैं। उनका कहना है कि पर्यावरण की सुरक्षा और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है। गौरव कुमार ने यह भी बताया कि पेड़ों के ऑर्डर पहले ही दे दिए गए हैं और जल्द ही उन्हें लगाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। यह कदम न केवल शहर की सुंदरता को बढ़ाएगा, बल्कि पर्यावरण को भी संरक्षित करेगा।
नगर आयुक्त ने आगे कहा कि पेड़ों को लगाने का कार्य मानसून की शुरुआत के साथ ही शुरू कर दिया जाएगा ताकि पौधों को पर्याप्त पानी और अनुकूल मौसम मिल सके। पेड़ों की विभिन्न प्रजातियाँ लगाई जाएंगी, जिनसे न केवल हरियाली बढ़ेगी बल्कि शहर की जलवायु भी सुधरेगी।
सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे इस मुहिम में सहयोग दें और पर्यावरण की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाएं। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण संरक्षण है, बल्कि लोगों में जागरूकता फैलाना भी है कि वे अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और उनकी देखभाल करें।
हरेला पर्व के अवसर पर यह पहल और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि यह पर्व पर्यावरण और हरियाली के महत्व को दर्शाता है। नगर निगम का यह कदम न केवल पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शहरवासियों को भी एक प्रेरणा देगा कि वे अपने आसपास हरियाली बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहें।
नगर आयुक्त गौरव कुमार का मानना है कि इस पहल से शहर में हरियाली का स्तर बढ़ेगा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जाएगा। उन्होंने सभी नागरिकों से इस मुहिम में जुड़ने और इसे सफल बनाने की अपील की है।