
चीड़ो वाली कंडोली पुलिस लाइन ग्राउंड में आज एक ऐतिहासिक राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें धर्मपाल घाघट (पूर्व महानगर अध्यक्ष, भाजपा अनुसूचित मोर्चा) ने 29 वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में सेवा देने के बाद कांग्रेस का दामन थामा। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने उन्हें विधिवत कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें क्षेत्र के कई प्रमुख नेता और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
धर्मपाल घाघट के कांग्रेस में शामिल होने का यह फैसला न केवल स्थानीय राजनीति में, बल्कि राज्यस्तर पर भी चर्चाओं का विषय बन गया है। उन्होंने अपने संबोधन में भाजपा में अपने तीन दशकों से अधिक के राजनीतिक अनुभव और योगदान का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए काम किया। उन्होंने यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि वह कांग्रेस की विचारधारा के साथ जुड़कर समाज की बेहतरी के लिए काम करें।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख नेता
इस कार्यक्रम में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल हुए। इनमें गोदावरी थपली, उर्मिला थापा, सूर्यकांत धस्माना, करण महारा, मनीष गुनियाल और राजकुमार जायसवाल जैसे नाम शामिल थे। इन नेताओं ने धर्मपाल घाघट का कांग्रेस परिवार में स्वागत किया और आगामी चुनावों में उनके अनुभव का लाभ लेने की बात कही।
धर्मपाल घाघट का संबोधन
धर्मपाल घाघट ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए कहा,
“मैंने 29 साल भारतीय जनता पार्टी के लिए काम किया, लेकिन पिछले कुछ समय से पार्टी की कार्यप्रणाली और नीतियों से असंतुष्ट था। भाजपा अब जनता के मुद्दों से भटक चुकी है और केवल सत्ता के खेल में लगी हुई है। कांग्रेस ने हमेशा सामाजिक न्याय, समानता और विकास की बात की है। मुझे यकीन है कि कांग्रेस की विचारधारा के साथ मिलकर मैं समाज के हित में काम कर पाऊंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा से अलग होना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन यह फैसला उन्होंने जनता की सेवा और सही दिशा में काम करने के लिए लिया।
एकजुटता का संदेश
इस कार्यक्रम के दौरान नेताओं ने आगामी नगर निगम चुनावों और अन्य राजनीतिक अवसरों पर चर्चा की। सभी ने एक सुर में कहा कि कांग्रेस को अब एकजुट होकर काम करना होगा ताकि पार्टी को हर स्तर पर मजबूती मिल सके। धर्मपाल घाघट ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील की कि वे आपसी मतभेदों को भुलाकर कांग्रेस के हित में काम करें।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा,
“धर्मपाल घाघट जैसे वरिष्ठ नेता का कांग्रेस में आना हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनके अनुभव और मेहनत से कांग्रेस को आने वाले चुनावों में बड़ी सफलता मिल सकती है।”
करण महारा ने कहा कि कांग्रेस में सभी का स्वागत है, खासकर उन लोगों का जो जनता की सेवा के लिए समर्पित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी धर्मपाल घाघट के अनुभव का लाभ उठाते हुए आगामी चुनावों में नई रणनीति के साथ उतरेगी।
स्थानीय राजनीति में बदलाव की संभावना
धर्मपाल घाघट के कांग्रेस में शामिल होने से स्थानीय राजनीति में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। भाजपा से उनके जुड़ाव और अब कांग्रेस में शामिल होने से आगामी नगर निगम चुनावों में कांग्रेस को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
गोदावरी थपली ने कहा,
“यह समय कांग्रेस के लिए एकजुट होकर जनता के मुद्दों को उठाने का है। धर्मपाल घाघट जैसे नेता का हमारे साथ होना हमारी ताकत को और बढ़ाएगा।”
भविष्य की रणनीति पर चर्चा
कार्यक्रम में भविष्य की रणनीति पर भी चर्चा की गई। धर्मपाल घाघट ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस का मुख्य फोकस जनता से जुड़े मुद्दों पर रहेगा। उन्होंने कहा कि वे पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
उर्मिला थापा ने कहा कि यह बदलाव केवल एक राजनीतिक फैसला नहीं है, बल्कि समाज के लिए बेहतर काम करने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे धर्मपाल घाघट का समर्थन करें और कांग्रेस को मजबूत बनाएं।
जनता का रुख
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और समर्थक भी मौजूद थे। लोगों ने धर्मपाल घाघट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा,
“धर्मपाल जी का कांग्रेस में आना इस क्षेत्र के लिए एक शुभ संकेत है। उन्होंने भाजपा में रहकर जो काम किया, उसे हम सभी जानते हैं। अब कांग्रेस के साथ उनकी मेहनत नई ऊंचाइयों को छूएगी।”
आने वाले चुनावों पर प्रभाव
धर्मपाल घाघट का कांग्रेस में शामिल होना आगामी नगर निगम चुनावों के लिए कांग्रेस की स्थिति को मजबूत कर सकता है। पार्टी ने इस कार्यक्रम के माध्यम से एकजुटता का संदेश दिया और यह स्पष्ट किया कि वे हर चुनौती के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम का समापन कांग्रेस की जीत और जनता की सेवा के संकल्प के साथ हुआ। धर्मपाल घाघट के इस फैसले को कांग्रेस के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, जो पार्टी को न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राज्यस्तर पर भी नई मजबूती दे सकता है।