
आज 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर, देशभर में स्वच्छता दिवस मनाया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन, जो 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था, इस वर्ष अपने दस वर्ष पूरे कर चुका है। देहरादून में इस अवसर पर गांधी पार्क में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
रिपोर्ट: देहरादून के गांधी पार्क में आज का दिन स्वच्छता, राष्ट्रीय एकता, और उत्तराखंड के वीर शहीदों को समर्पित रहा। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को नमन करते हुए कहा कि यह दिन स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों की सफलता का प्रतीक है।
स्वच्छ भारत अभियान के दस वर्षों की चर्चा करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस मिशन ने न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि ग्रामीण इलाकों और पहाड़ों तक भी स्वच्छता के महत्व को पहुँचाया है। “उत्तराखंड के गांवों और पहाड़ों में स्वच्छता अभियान ने गहरी पकड़ बनाई है,” रिजिजू ने कहा, “यह देखकर गर्व होता है कि उत्तराखंड के लोग भी इस आंदोलन का हिस्सा बने हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड उनके दिल के बेहद करीब है और इस राज्य का कोई भी ऐसा इलाका नहीं बचा है, जहाँ उनका दौरा न हुआ हो। उन्होंने उत्तराखंड की स्वच्छता और उसकी संस्कृति की प्रशंसा की, और कहा कि “स्वच्छता हमारे स्वभाव और संस्कृति का एक हिस्सा है, और इसे बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।”
कार्यक्रम की थीम: इस वर्ष की स्वच्छता दिवस की थीम ‘स्वभाव और संस्कृति स्वच्छता’ थी, जिसके अंतर्गत उत्तराखंड की स्वच्छता परंपराओं और उसकी सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया गया। कार्यक्रम में स्वच्छता के महत्व पर विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए, और इसे राष्ट्रव्यापी सफलता का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
किरण रिजिजू की बाइट: “प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान को बहुत महत्व दिया है। यह अभियान न केवल एक आंदोलन बन गया है, बल्कि हर भारतीय के जीवन का अभिन्न हिस्सा भी बन चुका है। स्वच्छ भारत अभियान को अब 10 वर्ष हो चुके हैं और यह देखकर खुशी होती है कि उत्तराखंड के पहाड़ों और गांवों में भी स्वच्छता की आवश्यकता को समझा जा रहा है। उत्तराखंड मेरे लिए दिल के करीब है, और यहां आना हमेशा खुशी की बात होती है।”
समापन: इस मौके पर उत्तराखंड शहीद दिवस को भी याद किया गया और उत्तराखंड के वीर शहीदों को सम्मानित किया गया। देहरादून का यह आयोजन स्वच्छता के साथ-साथ देश की एकता, अखंडता, और बलिदान की भावना को समर्पित रहा। स्वच्छता दिवस के इस अवसर पर लोगों ने शहर भर में सफाई अभियानों में भाग लिया और स्वच्छ भारत के निर्माण में अपना योगदान दिया।