
देहरादून के राजपुर रोड पर स्थित एक शराब की दुकान पर जिला प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा की गई छापेमारी में कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। यह कार्रवाई एसडीएम के नेतृत्व में की गई, जिसमें नगर स्वास्थ्य अधिकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया। इस दौरान दुकान और उसके आसपास कई प्रकार की गड़बड़ियों का खुलासा हुआ, जिसमें गंदगी का फैलाव, सिंगल यूज प्लास्टिक का अवैध उपयोग और स्वास्थ्य नियमों का उल्लंघन प्रमुख रहे।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर कार्रवाई
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना ने बताया कि स्थानीय निवासियों की ओर से प्रशासन को बार-बार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं कि शराब की दुकान न केवल सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैला रही है, बल्कि सिंगल यूज प्लास्टिक का भी धड़ल्ले से उपयोग कर रही है। इन शिकायतों के आधार पर प्रशासन ने शराब की दुकान और उससे जुड़ी कैंटीन पर छापेमारी का निर्णय लिया।
डॉ. खन्ना ने कहा, “दुकान के आसपास का इलाका अत्यधिक गंदगी से प्रभावित था और स्वास्थ्य नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था। इसके अलावा, दुकान और कैंटीन दोनों जगहों पर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा था, जो कि पहले से ही प्रतिबंधित है।”
गंदगी और प्लास्टिक का उपयोग बना मुद्दा
शराब की दुकान और कैंटीन में किए गए निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि वहां साफ-सफाई के नाम पर कुछ भी नहीं किया जा रहा था। दुकान और कैंटीन के आसपास गंदगी का अंबार था, जो न केवल ग्राहकों बल्कि आसपास के निवासियों के लिए भी असुविधा का कारण बन रहा था। इस गंदगी के फैलाव के कारण आसपास का वातावरण दूषित हो रहा था, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता था।
इसके अलावा, सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बड़ी मात्रा में हो रहा था, जो कि सरकार द्वारा प्रतिबंधित है। प्लास्टिक की थैलियों और अन्य प्लास्टिक सामग्रियों का खुला उपयोग किया जा रहा था, जो पर्यावरणीय नियमों का सीधा उल्लंघन है।
भारी जुर्माना और सख्त चेतावनी
इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप जिला प्रशासन की टीम ने शराब की दुकान और कैंटीन, दोनों पर एक-एक लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया। इसके साथ ही, दुकान मालिकों को सख्त हिदायत दी गई कि अगर भविष्य में इस प्रकार की अनियमितताएं पाई गईं, तो उनके खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें लाइसेंस रद्द करना भी शामिल हो सकता है।
डॉ. अविनाश खन्ना ने कहा, “प्रशासन अब इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। अगर दुकान ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया, तो हम उनके लाइसेंस को निलंबित करने पर भी विचार करेंगे।”
यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है कि देहरादून प्रशासन अब ऐसी अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेगा और स्वास्थ्य एवं पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।