
देहरादून: उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन जल्द ही होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण आयोजन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए ऊर्जा निगम ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। खेल आयोजन स्थलों और आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति को सुनिश्चित करने के लिए ऊर्जा निगम ने विशेष टीमों का गठन किया है।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने बताया कि विद्युत आपूर्ति में किसी भी प्रकार की बाधा न आने पाए, इसके लिए राज्यभर में कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। सभी जिलों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जो आयोजन स्थलों पर विद्युत आपूर्ति की निगरानी करेंगे। इसके अतिरिक्त, अलग-अलग टीमों को आयोजन स्थलों और इनके आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक ने कहा कि, “राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय हैं, और हम इस आयोजन को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। विद्युत आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए, इसके लिए हमने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।”
टीमों का गठन:
आयोजन स्थलों पर सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिए विशेष तकनीकी और आपातकालीन टीमें गठित की गई हैं। ये टीमें 24 घंटे काम करेंगी और किसी भी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी को तुरंत ठीक करेंगी।
नोडल अधिकारियों की नियुक्ति:
राज्य के प्रत्येक जिले में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं, जो विद्युत आपूर्ति की तैयारी और प्रबंधन का निरीक्षण करेंगे।
संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान:
आयोजन स्थलों और आसपास के क्षेत्रों को संवेदनशील क्षेत्र घोषित कर, वहां विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
बैकअप सिस्टम:
ऊर्जा निगम ने सभी स्थानों पर बैकअप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जनरेटर और अन्य उपकरण तैनात किए हैं।
राष्ट्रीय खेलों के महत्व पर जोर
ऊर्जा निगम ने कहा कि राष्ट्रीय खेल न केवल राज्य के लिए गौरव का विषय हैं, बल्कि यह आयोजन उत्तराखंड की पहचान को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगा। ऐसे में विद्युत आपूर्ति में किसी भी प्रकार की रुकावट पूरे आयोजन को प्रभावित कर सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए निगम ने अपनी तैयारियों को प्राथमिकता दी है।
ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने यह भी बताया कि आयोजन से पहले सभी सिस्टम और उपकरणों का परीक्षण किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या से बचा जा सके। इसके अलावा, जिला और राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे, जो खेलों के दौरान हर समय सक्रिय रहेंगे।
राष्ट्रीय खेलों की शुरुआत के साथ ही उत्तराखंड में न केवल खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर होगा, बल्कि प्रदेश के विकास और पर्यटन को भी नई पहचान मिलेगी। ऊर्जा निगम की ये तैयारियां इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।