
देहरादून ब्रेकिंग: ठंड से बचाव के लिए सरकार का बड़ा कदम, जिलों को 10-10 लाख रुपये की धनराशि जारी
देहरादून: उत्तराखंड में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश में शीत लहर की चेतावनी जारी की है, जिसके बाद सरकार ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए ठंड से निपटने के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ठंड से बचाव के लिए सभी जिलों को 10-10 लाख रुपये की धनराशि जारी की है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में रैन बसेरों में पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित करें। साथ ही, प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाए ताकि ठंड से प्रभावित लोग राहत पा सकें। उन्होंने विशेष रूप से सड़कों पर रहने वाले बेघर व्यक्तियों और परिवारों को चिन्हित कर उन्हें रैन बसेरों में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं।
सरकार की प्रमुख तैयारियां
1. रैन बसेरों में सुविधाएं:
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में स्थित रैन बसेरों में बिस्तर, कंबल, और गर्म पानी जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। इसके साथ ही, इन रैन बसेरों की नियमित निगरानी के भी निर्देश दिए गए हैं।
2. अलाव की व्यवस्था:
सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजार और प्रमुख चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है, ताकि ठंड से बचने के लिए लोग इसका लाभ उठा सकें।
3. बेघरों के लिए विशेष कदम:
सरकार ने सड़कों पर रहने वाले बेघर व्यक्तियों और उनके परिवारों को ठंड से बचाने के लिए रैन बसेरों में शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए जिलाधिकारियों को अलग से टीम बनाने और तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
4. धनराशि का आवंटन:
हर जिले को शीत लहर से निपटने के लिए 10-10 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई है। इस राशि का उपयोग अलाव जलाने, रैन बसेरों की सुविधाओं को बेहतर बनाने और अन्य आपातकालीन प्रबंधों में किया जाएगा।
मौसम विभाग की चेतावनी और सरकार की सक्रियता
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोप और बढ़ सकता है। शीत लहर के कारण विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और गरीब वर्ग के लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को ठंड से प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए हैं।
सामाजिक संगठनों और जनता से अपील
सरकार ने सामाजिक संगठनों और आम जनता से भी अपील की है कि वे जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए आगे आएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा ताकि ठंड से किसी की जान न जाए।
सरकार का उद्देश्य
सरकार का यह कदम न केवल ठंड से बचाव के उपाय सुनिश्चित करने का है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के हर व्यक्ति को सर्दी के मौसम में गरमाहट और सुरक्षा मिले। यह पहल ठंड के दौरान गरीब और बेघर लोगों के लिए राहत लेकर आएगी और सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाती है।
ठंड के बढ़ते प्रकोप के बीच सरकार का यह कदम प्रदेश के लिए एक राहतभरा प्रयास है, जो सर्दी से प्रभावित लोगों को सुरक्षा और गरिमा प्रदान करेगा।