
देहरादून: राजेंद्र नगर निवासी अनादि श्रीवास्तव ने 18 मई को दो एसी ख़रीदे, लेकिन जब पांच दिन बीत जाने के बाद भी कोई एसी इंस्टाल करने नहीं आया तो उन्होंने ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर ढूंढा लेकिन वो साइबर ठगों के जाल में फंस गए और उनके साथ 12 लाख की ठगी हो गई। अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गर्मी से राहत पाने के लिए देहरादून के राजेंद्र नगर निवासी अनादि श्रीवास्तव ने 18 मई को दो AC ख़रीदे इसपर दुकानदार ने उन्हें कहा कि जल्द ही कंपनी का टेक्नीशियन इसे इंस्टाल करने आपके घर आएगा। जब 5 दिन बीत गए और कोई भी एसी इनस्टॉल करने नहीं आया तो उन्हें लगा इसकी कम्प्लेंट ऑनलाइन चाहिए जिसके लिए उन्होंने 23 मई को गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और जब उन्हें जब नंबर मिला तो उन्होंने कस्टमर केयर (साइबर ठग) से बात करके शिकायत दर्ज कराई। फोनकर्ता ने उन्हें बताया कि आपको इसके लिए ऑनलाइन 5 रुपए ट्रांसफर करने होंगे। राशि से पहले पीड़िता के मोबाइल नंबर के अंतिम पांच अंक जुड़वाए। इस तरह पीड़िता के खाते से 98,270 रुपये कट गए।
एनी डेस्क एप्लीकेशन से हुई लाखों की ठगी
जब उन्हें खाते से पैंसे कटने का मेसेज प्राप्त हुआ तो उन्होंने वापस करने को कहा। जिसके लिए फोनकर्ता ने उन्हें एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया जिसके बाद साइबर ठगों के हाथ पर उनके पूरे मोबाइल का कण्ट्रोल आ गया। फिर ठगों ने एक-एक करके पीड़ित व्यक्ति के एफडी और बैंक खाते से 11 लाख 28 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित के द्वारा 25 मई को अकाउंट ब्लॉक करवाया गया जिसके बाद पैंसे काटना बंद हुए। पीड़ित अनादि श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।